(क) गद्यांश में भारतीय संस्कृति के किस तत्त्व का उल्लेख नहीं किया गया है ? (A) सबके सुख की कामना (B) सबके कल्याण की भावना (C) समस्त वसुधा एक परिवार (D) व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता
भारतीय संस्कृति एक विविध और समृद्ध परंपरा है, जिसमें विभिन्न तत्त्वों का समावेश है। इन तत्त्वों में से कुछ प्रमुख हैं: सबके सुख की कामना, सबके कल्याण की भावना, समस्त वसुधा एक परिवार, और व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता। इनमें से प्रत्येक तत्त्व भारतीय संस्कृति की मूलभूत विशेषता है और इन्हें अपने जीवन में उतारने के लिए प्रयास किया जाता है।
सबके सुख की कामना
सबके सुख की कामना भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण तत्त्व है। यह तत्त्व हमें दूसरों के सुख और समृद्धि की कामना करने के लिए प्रेरित करता है। यह हमें दूसरों की जरूरतों को समझने और उनकी सहायता करने के लिए प्रेरित करता है। भारतीय संस्कृति में यह मान्यता है कि हमारा सुख और समृद्धि तब ही हो सकती है जब हमारे आसपास के लोग सुखी और समृद्ध हों।
सबके कल्याण की भावना
सबके कल्याण की भावना भारतीय संस्कृति का एक अन्य महत्वपूर्ण तत्त्व है। यह तत्त्व हमें दूसरों के कल्याण की कामना करने के लिए प्रेरित करता है। यह हमें दूसरों की जरूरतों को समझने और उनकी सहायता करने के लिए प्रेरित करता है। भारतीय संस्कृति में यह मान्यता है कि हमारा कल्याण तब ही हो सकता है जब हमारे आसपास के लोग कल्याणी हों।
समस्त वसुधा एक परिवार
समस्त वसुधा एक परिवार भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण तत्त्व है। यह तत्त्व हमें दूसरों के साथ एक परिवार की भावना को महसूस करने के ल��ए प्रेरित करता है। यह हमें दूसरों की जरूरतों को समझने और उनकी सहायता करने के लिए प्रेरित करता है। भारतीय संस्कृति में यह मान्यता है कि हमारा परिवार तब ही पूर्ण हो सकता है जब हमारे आसपास के लोग परिवार के रूप में महसूस करें।
व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता
व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण तत्त्व है। यह तत्त्व हमें अपने व्यक्तिगत उत्थान को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करता है। यह हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है। भारतीय संस्कृति में यह मान्यता है कि हमारा व्यक्तिगत उत्थान तब ही हो सकता है जब हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें।
कौन सा तत्त्व नहीं है
अब हमें यह पता लगाना है कि कौन सा तत्त्व गद्यांश में भारतीय संस्कृति के किस तत्त्व का उल्लेख नहीं किया गया है। गद्यांश में उल्लिखित तत्त्व हैं: सबके सुख की कामना, सबके कल्याण की भावना, समस्त वसुधा एक परिवार, और व्यष्टि उत्थान को प्राथम��कता। इनमें से कोई भी तत्त्व गद्यांश में उल्लेख नहीं किया गया है। इसलिए, हम कह सकते हैं कि गद्यांश में भारतीय संस्कृति के किसी भी तत्त्व का उल्लेख नहीं किया गया है।
निष्कर्ष
भारतीय संस्कृति एक विविध और समृद्ध परंपरा है, जिसमें विभिन्न तत्त्वों का समावेश है। इन तत्त्वों के बारे में आपके प्रश्नों का उत्तर देने के लिए यहाँ एक प्रश्नोत्तरी है।
प्रश्न 1: भारतीय संस्कृति के क्या तत्त्व हैं?
उत्तर: भारतीय संस्कृति के कई तत्त्व हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं: सबके सुख की कामना, सबके कल्याण की भावना, समस्त वसुधा एक परिवार, और व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता।
प्रश्न 2: सबके सुख की कामना क्या है?
उत्तर: सबके सुख की कामना भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण तत्त्व है, जिसमें हम दूसरों के सुख और समृद्धि की कामना करते हैं। यह हमें दूसरों की जरूरतों को समझने और उनकी सहायता करने के लिए प्रेरित करता है।
प्रश्न 3: सबके कल्याण की भावना क्या है?
उत्तर: सबके कल्याण की भावना भारतीय संस्कृति का एक अन्य महत्वपूर्ण तत्त्व है, जिसमें हम दूसरों के कल्याण की कामना करते हैं। यह हमें दूसरों की जरूरतों को समझने और उनकी सहायता करने के लिए प्रेरित करता है।
प्रश्न 4: समस्त वसुधा एक परिवार क्या है?
उत्तर: समस्त वसुधा एक परिवार भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण तत्त्व है, जिसमें हम दूसरों के साथ एक परिवार की भावना को महसूस करते हैं। यह हमें दूसरों की जरूरतों को समझने और उनकी सहायता करने के लिए प्रेरित करता है।
प्रश्न 5: व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता क्या है?
उत्तर: व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण तत्त्व है, जिसमें हम अपने व्यक्तिगत उत्थान को प्राथमिकता देते हैं। यह हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है।
प्रश्न 6: गद्यांश में भारतीय संस्कृति के किस तत्त्व का उल्लेख नहीं किया गया है?
उत्तर: गद्यांश में उल्लिखित तत्त्व हैं: सबके सुख की कामना, सबके कल्याण की भावना, समस्त वसुधा एक परिवार, और व्यष्टि उत्थान को प्राथमिकता। इनमें से कोई भी तत्त्व ���द्यांश में उल्लेख नहीं किया गया है।
निष्कर्ष
भारतीय संस्कृति एक विविध और समृद्ध परंपरा है, जिसमें विभिन्न तत्त्वों का समावेश है। इन तत्त्वों के बारे में आपके प्रश्नों का उत्तर देने के लिए यहाँ एक प्रश्नोत्तरी है। हमें उम्मीद है कि यह प्रश्नोत्तरी आपके लिए उपयोगी होगी।